प्रवेश: अभिभावक/छात्र-छात्राएं विशेष ध्यान दें.

  1. अपूर्ण आवेदन पत्र पर विचार नहीं होगा.
  2. छात्र/छात्राओं के लिए परीक्षा फॉर्म स्वयं भरना अनिवार्य होगा. परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित होने पर प्रवेश निरस्त माना जायेगा जिसके जिम्मेदार वे स्वयं होंगें.
  3. परिचय पत्र, पुस्तकालय कार्ड समय से अवश्य बनवा लें एवं हमेशा उसे साथ रखें.
  4. प्रवेश सम्बन्धी सभी कार्यवाही स्वयं करें. अपना प्रमाण पत्र तथा शुल्क किसी भी स्थिति में दूसरे को न दें. कार्यालय में पैसा जमा करने पर उसकी रसीद अवश्य प्राप्त करें. अपरान्ह 1.00 बजे के पश्चात् प्रवेश सम्भव नहीं होगा.
  5. छात्र/छात्राओं की छात्रवृत्ति का भुगतान उनके बैंक खाते में होगा.
  6. महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं के लिए यूनिफार्म निर्धारित किया गया है, जिसे एक माह के अन्दर बनवा लेना अनिवार्य होगा.
  7. नए खींचे हुए पासपोर्ट साइज़ के फोटो चाहिए.

प्रवेश हेतु आवश्यक प्रपत्र: बी० ए० प्रथम वर्ष

  1. हाईस्कूल अंकपत्र की छायाप्रति.
  2. हाईस्कूल प्रमाणपत्र की छायाप्रति.
  3. इंटरमीडिएट अंकपत्र की छायाप्रति.
  4. इंटरमीडिएट प्रमाणपत्र की छायाप्रति.
  5. जाति प्रमाणपत्र की छायाप्रति.
  6. टी० सी० (स्थानान्तरण प्रमाणपत्र) की छायाप्रति.
  7. चरित्र  प्रमाणपत्र की मूलप्रति.
  8. फोटो 5 (एक चिपकायें व चार स्टेपल करें).

स्वीकृत संयुक्तियां

  1. हिन्दी.
  2. अंग्रेजी.
  3. समाज शास्त्र.
  4. राजनीति शास्त्र.
  5. प्राचीन इतिहास.

प्रयोगात्मक विषय

  1. शिक्षा शास्त्र.
  2. भूगोल.

ध्यान रखें- प्रत्येक वर्ष में अलग-अलग पाठ्यक्रम पढने हैं.

नामांकन

महाविद्यालय में पहली बार प्रवेश पाने वाले छात्र/छात्राओं को विश्वविद्यालय में अपना नामांकन पत्र लेकर भरना होगा. विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार मूल ट्रान्सफर सर्टिफिकेट तथा माइग्रेशन सर्टिफिकेट विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित तिथि के भीतर जमा होना चाहिए. उक्त तिथि के पश्चात जमा करने वाले छात्र/छात्राओं को निर्धारित विलम्ब शुल्क का भुगतान करना आवश्यक होगा.

निर्देश

सामान्य रूप में प्रवेश के समय ही विश्वविद्यालय परीक्षा फॉर्म भरे जाते हैं. छात्र/छात्रा निर्धारित शुल्क के साथ परीक्षा फॉर्म प्राप्त कर अवश्य भर दें. श्रेणी सुधार के छात्र/छात्राओं को परीक्षा फॉर्म के अतिरिक्त अगली कक्षा का परीक्षा फॉर्म भी भरना पड़ता है. परीक्षा फॉर्म भरने के सन्दर्भ में छात्र/छात्रा को विशेष सतर्क रहना आवश्यक है. परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित होने पर महाविद्यालय की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी और आप परीक्षा से वंचित हो सकते हैं.

विषय परिवर्तन

सामान्यतया विषय परिवर्तन की सुविधा नहीं है, तथापि स्नातक प्रथम वर्ष के किसी छात्र/छात्रा को यदि विषय परिवर्तन करना आवश्यक प्रतीत होता है तो वह कार्यालय से 10 रूपये में प्राप्त आवेदन पत्र पर विषय परिवर्तन हेतु निर्धारित तिथि तक आवेदन कर सकते हैं.

शिक्षण शुल्क

  • छात्र/छात्राओं को महाविद्यालय द्वारा निर्धारित शुल्क देना होगा.
  • प्रयोगात्मक विषयों के छात्र/छात्राओं से महाविद्यालय द्वारा निर्धारित प्रयोगात्मक शुल्क लिया जायेगा.
  • राजकीय तथा विश्वविद्यालय द्वारा निर्देश प्राप्त होने पर शुल्कों की दरों में परिवर्तन किया जा सकता है.

शुल्क रसीद

मूल शुल्क रसीद सदैव सुरक्षित रखना अनिवार्य है. इसके खोने पर छात्र/छात्रा को विशेष कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है.

उपस्थिति

विश्वविद्यालय नियमानुसार प्रत्येक छात्र/छात्रा को प्रत्येक कक्षा में 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है. इससे कम उपस्थिति वाले छात्र/छात्रा को परीक्षा से वंचित होना पड़ सकता हैं. छात्र/छात्राओं को समय-समय पर अपनी उपस्थिति के विषय में अवगत होते रहने के लिए निम्नलिखित बातों पर विशेष ध्यान रखना चाहिए.

छात्र/छात्रा को उनकी उपस्थिति की न्यूनतम सम्बन्धी सुचना देने के लिए समय-समय पर सुचनापट्ट पर सूचनार्थ लगाया जाता है. अभिभावकों से आशा की जाती है कि अपने पाल्यों की उपस्थिति की ओर पूरा ध्यान रखेंगें.

प्राध्यापक अपनी कक्षा पंजिकाओं में भी उपस्थिति का ब्यौरा रखते हैं. छात्र/छात्राओं से अपेक्षा की जाति है कि वे अपने प्राध्यापकों से समय-समय पर अपनी उपस्थिति की जानकारी के लिए संपर्क करते रहेंगें.

परीक्षा आवेदन पत्र

सत्र के प्रारम्भ में परीक्षा आवेदन पत्र भरे जाते हैं प्रत्येक छात्र/छात्रा की समय-समय पर विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित तिथि के भीतर परीक्षा आवेदन पत्र शुद्ध एवं पूर्ण रूप से केवल एक भाषा में (हिन्दी/अंग्रेजी भाषाओँ का मिश्रण नहीं) भर कर कार्यालाय में जमा करना अनिवार्य होगा. इस कार्य में छात्र/छात्राओं को विशेष रूप से सावधान रहना चाहिए. परीक्षा का विषयों का नाम अशुद्ध रूप से भरने या दिए गए विषयों एवं प्रश्न पत्रों की परीक्षा आवेदन पत्र में न अंकित करने पर उन विषयों एवं प्रश्न पत्रों से परीक्षा न दे सकने का उत्तरदायित्व छात्र/छात्राओं पर ही होगा.

माइग्रेशन प्रमाण पत्र

इसका सारा कार्य विश्वविद्यालय से होता है. महाविद्यालय आवेदन पत्र अग्रसारित करता है.

छात्रवृत्ति

महाविद्यालय में राजकीय नियमों से संचालित छात्रवृत्तियां देय होंगीं.

Share and Enjoy !

Shares